गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम स्थल प्रयागराज में हर 12 साल में पूर्ण कुंभ लगता है।
जब कुंभ गुरु सिंह राशि में और सूर्य मेष राशि में होता है तब उज्जैन की पवित्र शिप्रा नदी के किनारे कुंभ मेला लगता है जिसे सिंहस्थ कुंभ कहते हैं।
हरिद्वार में कुंभ तब लगता है जब बृहस्पति कुंभ राशि में और सूर्य मेष राशि में होते हैं, और श्रद्धालु पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं।
नासिक और त्र्यंबकेश्वर में कुंभ का आयोजन तब किया जाता है जब बृहस्पति सिंह राशि में प्रवेश करता है और सूर्य तथा चंद्रमा कर्क राशि में होते हैं। इस मेले का आयोजन पवित्र गोदावरी नदी के तट पर किया जाता है। इसे नासिक-त्र्यंबक कुंभ मेले के नाम से जाना जाता है।